राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय स्तर पर योग के विकास और संवर्धन में उत्कृष्ट योगदान के लिए प्रधानमंत्री पुरस्कार

पृष्ठभूमि

योग प्राचीन भारतीय परंपरा का एक अमूल्य उपहार है। "योग" शब्द संस्कृत मूल ‘युज’ से लिया गया है जिसका अर्थ है "जुड़ना", या "एकजुट होना", जो मन और शरीर के जुड़ाव का प्रतीक है; विचार और क्रिया; संयम और पूर्ति; मानव और प्रकृति के बीच सामंजस्य एवं स्वास्थ्य और कल्याण के लिए एक समग्र दृष्टिकोण। योग रोग की रोकथाम, स्वास्थ्य संवर्धन और जीवन शैली संबंधी कई विकारों के प्रबंधन के लिए जाना जाता है। इसके सार्वभौमिक महत्व को स्वीकारते हुए, 11 दिसंबर 2014 को संयुक्त राष्ट्र महासभा (UNGA) ने 21 जून को अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस (IDY) के रूप में घोषित करते हुए एक प्रस्ताव (संकल्प 69/131) पारित किया था।

पुरस्कारों का उद्देश्य

माननीय प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी ने दूसरे अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस के अवसर पर दो योग पुरस्कार - एक अंतर्राष्ट्रीय और अन्य राष्ट्रीय की घोषणा की। पुरस्कार का उद्देश्य ऐसे व्यक्तियों / संगठनों की पहचान करना एवं उन्हें सम्मानित करना है, जिन्होंने योग के प्रचार-प्रसार और विकास के माध्यम से समाज के लिए महत्वपूर्ण योगदान दिया है।

पुरस्कारों के बारे में

योग के विकास और प्रचार के लिए उल्लेखनीय योगदान के लिए प्रत्येक वर्ष पुरस्कार दिए जाने का प्रस्ताव दिया गया है। यह प्रस्तावित किया गया है कि इस योगदान को राष्ट्रीय और अंतर्राष्ट्रीय दोनों स्तरों पर मान्यता दी जाए। यह पुरस्कार प्रतिवर्ष "अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस (IDY)" (21 जून) के अवसर पर दिया जाएगा। 21 जून को संयुक्त राष्ट्र महासभा द्वारा आईडीवाई के रूप में योग दिवस घोषित किया गया है।

पुरस्कारों का नामकरण

योग में उत्कृष्ट योगदान देने वाले नागरिकों को सम्मानित किया जाता है, भारत के प्रधानमंत्री ने 2016 में अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस के अवसर पर योग के प्रचार और विकास के लिए पुरस्कारों की घोषणा की थी।

- राष्ट्रीय स्तर पर योग के प्रचार और विकास में उत्कृष्ट योगदान के लिए प्रधानमंत्री पुरस्कार (2 संख्या)

- अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर योग के प्रचार और विकास में उत्कृष्ट योगदान के लिए प्रधानमंत्री पुरस्कार (2 संख्या )

श्रेणियाँ

पुरस्कार दो श्रेणियों में दिए जाएंगे - राष्ट्रीय और अंतर्राष्ट्रीय। यह पुरस्कार योग के प्रचार और विकास में उत्तम ट्रैक रिकॉर्ड और उत्कृष्ट योगदान वाली संस्थाओं को दिए जाएंगे। किसी विशेष वर्ष में, जूरी एक या अधिक व्यक्तियों/संगठनों को या किसी को भी पुरस्कार देने का निर्णय ले सकती है। कोई संस्था जिसने एक बार पुरस्कार प्राप्त किया है, उसी श्रेणी में पुरस्कार प्रदान करने के लिए उनपर फिर से विचार नहीं किया जाएगा।

राष्ट्रीय: दो राष्ट्रीय पुरस्कार भारतीय मूल की संस्थाओं को योग के प्रचार और विकास में उनके योगदान के लिए दिए जाएंगे।

अंतर्राष्ट्रीय: दो अंतर्राष्ट्रीय पुरस्कार भारतीय या विदेशी मूल की संस्थाओं को वैश्विक स्तर पर योग के प्रचार और विकास में उनके योगदान के लिए दिए जाएंगे।

पुरस्कार

  • विजेताओं के नाम की घोषणा 8वें अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस (21 जून 2023) पर की जाएगी।
  • विजेताओं को ट्रॉफी, प्रमाण पत्र एवं नकद पुरस्कार के माध्यम से सम्मानित किया जाएगा।
  • वरत्येक नकद पुरस्कार का मूल्य 25 लाख रुपये का होगा।
  • वयुक्त विजेताओं की स्थिति में पुरस्कार को विजेताओं के बीच बांटा जाएंगा।

आवेदन की प्रक्रिया

आवेदक द्वारा सभी प्रकार से पूर्ण आवेदन सीधे भेजा जा सकता है या उन्हें इस पुरस्कार प्रक्रिया के तहत विचार के लिए एक प्रमुख योग संगठन द्वारा नामित किया जा सकता है।

आवेदन उन सभी संस्थाओं के लिए खुला है जो इन दिशा-निर्देशों की धारा 4 में निर्धारित पात्रता मानदंडों को पूरा करते हैं।

आवेदन / नामांकन केवल MyGov प्लेटफॉर्म (https://www.mygov.in/ ) के माध्यम से जमा किया जा सकता है

एक आवेदक केवल एक पुरस्कार श्रेणी के लिए नामांकित / नामित किया जा सकता है, जो किसी विशेष वर्ष में राष्ट्रीय या अंतर्राष्ट्रीय पुरस्कार के लिए होगा।

पात्रता

पुरस्कारों का उद्देश्य योग के प्रचार और विकास में महत्वपूर्ण एवं उत्कृष्ट योगदान देने वालों को सम्मानित करना है।

इन पुरस्कारों के लिए आवेदकों / नामितों के पास योग से जुड़ा समृद्ध अनुभव एवं गहरी समझ होनी चाहिए।

राष्ट्रीय और अंतर्राष्ट्रीय, दोनों के लिए व्यक्तिगत श्रेणी के तहत आवेदक / नामांकित व्यक्ति की न्यूनतम पात्र आयु 40 वर्ष है।

उत्तम ट्रैक रिकॉर्ड और योग के प्रचार एवं विकास में उत्कृष्ट योगदान के साथ न्यूनतम 20 (बीस) वर्ष की सेवा का अनुभव हो।

स्क्रीनिंग कमेटी

सभी आवेदनों/नामांकनों की स्क्रीनिंग एक स्क्रीनिंग कमेटी द्वारा की जाएगी जिसका गठन हर साल आयुष मंत्रालय द्वारा किया जाएगा। स्क्रीनिंग कमेटी में एक अध्यक्ष सहित 4 सदस्य होंगे।

  • स्क्रीनिंग कमेटी मंत्रालय को प्राप्त सभी आवेदनों/नामांकनों पर विचार करेगी।
  • स्क्रीनिंग कमेटी प्रत्येक पुरस्कार के लिए अधिकतम 50 नामों की सिफारिश करेगी - राष्ट्रीय और अंतर्राष्ट्रीय।

स्क्रीनिंग कमेटी में निम्नानुसार 3 आधिकारिक सदस्य होंगे:

i. सचिव आयुष - अध्यक्ष

ii.निदेशक, सीसीआरवाईएन - सदस्य

III. निदेशक, एमडीएनआईवाई - सदस्य

आयुष सचिव द्वारा इस समिति के सदस्य के रूप में एक गैर सरकारी सदस्य को मनोनीत किया जा सकता है।

मूल्यांकन समिति (जूरी)

मूल्यांकन समिति (जूरी) में एक अध्यक्ष सहित 7 सदस्य होंगे। जूरी में विभिन्न क्षेत्रों के दिग्गज हस्तियां शामिल होंगी, जिन्हें हर साल आयुष मंत्रालय द्वारा नामित किया जाएगा। जूरी, स्क्रीनिंग कमेटी द्वारा सुझाए गए नामों पर विचार करेगी। यह स्वयं भी उपयुक्त उम्मीदवारों को नामांकित भी कर सकता है।

मूल्यांकन समिति (जूरी) में निम्नानुसार 4 आधिकारिक सदस्य होंगे:

कैबिनेट सचिव - अध्यक्ष
प्रधानमंत्री के सलाहकार - सदस्य
विदेश सचिव - सदस्य
आयुष सचिव- सदस्य सचिव

कैबिनेट सचिव द्वारा इस समिति में तीन गैर-सरकारी सदस्यों को मनोनीत किया जा सकता है।

मूल्यांकन मानदंड

  • योग से जुडे ज्ञान में योगदान।
  • मानसिक, शारीरिक और आध्यात्मिक स्वास्थ्य के साधन के तौर पर योग को बढ़ावा देने में योगदान।
  • नैतिक और आध्यात्मिक मूल्यों को मजबूत करके समाज पर व्यापक प्रभाव डालने वाले।

मूल्यांकन दिशानिर्देश

  • दोनों श्रेणियों के पुरस्कारों के लिए जूरी सर्वोच्च निर्णय लेने वाली संस्था होगी।
  • जूरी के पास किसी भी आवेदक को नामित करने का अधिकार है।
  • मूल्यांकन करते समय, आवेदक ने जिस अवधि के लिए उपरोक्त मापदंडों का पालन किया है, वह एक प्रमुख मानदंड होगा।
  • कोई भी जूरी सदस्य जूरी में सेवा करने के लिए अपात्र होगा यदि उसका करीबी रिश्तेदार किसी विशेष आवेदक के साथ जुड़ा हुआ है एवं जूरी सदस्य को प्रक्रिया से खुद को अलग करने का अधिकार होगा।
  • जूरी सदस्य बैठकों के विचार-विमर्श के संबंध में सख्त गोपनीयता बनाए रखेंगे।
  • जूरी सदस्यों को आवेदक द्वारा जमा किए गए पात्रता दस्तावेजों की एक प्रति दी जाएगी।
  • जूरी की सभी बैठकें नई दिल्ली में आयोजित होंगी।
  • जूरी की प्रत्येक बैठक को रिकॉर्ड किया जाएगा और सभी जूरी सदस्यों द्वारा इस पर हस्ताक्षर किए जाएंगे।
  • जूरी सदस्य के बैठक में भाग लेने में सक्षम न होने की स्थिति में, वह लिखित में अपनी समस्या बता सकता/सकती है।
  • जब भी आवश्यक हो, जूरी के अध्यक्ष विशिष्ट क्षेत्रों के विशेषज्ञों की सलाह ले सकते हैं।
  • जूरी का निर्णय अंतिम और बाध्यकारी होगा और उनके निर्णय के संबंध में किसी भी अपील या पत्राचार पर विचार नहीं किया जाएगा।
  • जूरी हर साल पुरस्कारों को अंतिम रूप देने के लिए अपनी प्रक्रिया खुद तय कर सकती

सामान्य नियम और शर्तें

  • एक आवेदक को जीवन भर के लिए अयोग्य घोषित कर दिया जाएगा यदि यह पाया जाता है कि वे जूरी के किसी भी सदस्य को पत्र लिखने, ईमेल भेजने, टेलीफोन कॉल करने, व्यक्तिगत रूप से संपर्क करने या इस संबंध में किसी अन्य समान गतिविधि के माध्यम से प्रभावित कर रहे हैं। इस अयोग्यता का अर्थ यह होगा कि ऐसे अयोग्य व्यक्तियों का कार्य इन पुरस्कारों पर विचार करने के योग्य नहीं होगा।
  • आवेदक द्वारा प्रदान की गई कोई भी जानकारी किसी भी तरह से गलत पाए जाने पर आवेदक को तीन साल की अवधि के लिए अयोग्य भी ठहराया जा सकता है।
  • प्रवेश फॉर्म में विशिष्ट जानकारी देते समय, संगठन को यह सुनिश्चित करना चाहिए कि पूरा डाक पता, ईमेल, मोबाइल फोन नंबर और फैक्स नंबर (यदि कोई हो) भरा हुआ है।
  • मंत्रालय प्रस्तुत दस्तावेजों पर स्पष्टीकरण मांग सकता है।
  • किसी भी शिकायत को सचिव, आयुष मंत्रालय, भारत सरकार द्वारा देखा जाएगा, जिनका निर्णय इस मामले में अंतिम और बाध्यकारी होगा।   
  • आवेदन 1 मार्च 2023 से भेजा जा सकेगा और प्रविष्टियां जमा करने की अंतिम तिथि आरंभ की  तिथि के एक महीने बाद होगी। प्रस्तुत करने की अंतिम तिथि के बाद प्राप्त किसी भी प्रविष्टि को अस्वीकार करने का अधिकार मंत्रालय के पास सुरक्षित है।
  • शिकायत, यदि कोई हो, को सचिव, भारत सरकार के आयुष मंत्रालय को भेजा जाएगा, जिनका इस मामले में निर्णय अंतिम और बाध्यकारी होगा।

अनुलग्नक

अस्वीकरण नोट: कृपया फॉर्म भरने में पूरी सावधानी बरतें। पुरस्कार के निर्धारण के उद्देश्य से आवेदन के प्रत्येक कॉलम में दर्ज विवरण को अंतिम माना जाएगा। किसी भी स्तर पर विवरण में परिवर्तन के अनुरोध पर विचार नहीं किया जाएगा।